Saddest Shayari in Hindi: “उन सूनी रातों की तन्हाई में डूबी दिल छू जाने वाली सैड शायरी पढ़िए, जहाँ हर दर्द लफ़्ज़ बनकर आत्मा को झकझोर देता है। दिल के जज़्बातों से भरी ये शायरी आपके एहसासों को जगाएगी।”

तेरे जाने के बाद अब तो ख़ुद से बातें करता हूँ,
तेरी ख़ामोशी में हर रात जलता रहता हूँ।
किसी ने पूछा दर्द कैसा है इश्क़ का,
मैंने कहा जैसे ज़िंदा होकर भी मर जाना।
तन्हाई की आग में जलना सीखा है,
चेहरे पर मुस्कान रखकर रोना सीखा है।
तेरे बिना अब वक़्त ठहर-सा गया है,
धड़कन है मगर दिल नहीं रहा है।
चाहा बहुत तुझे अपनी दुआओं में,
मगर मुक़द्दर ने लिखा जुदाई का सफ़र।

अब तो आईने भी ताने मारते हैं,
“क्या खो दिया जो इतना टूटा हुआ चेहरा है?”
जिनसे मोहब्बत की वो ही बेवफा निकले,
अब तो हर रिश्ता डराने लगा है।
यादें तेरी अब भी सताती हैं बहुत,
मगर अब रोने की हिम्मत नहीं रही।
दिल टूटा तो आवाज़ तक न निकली,
बस आँखों से कहानी बह निकली।
किसी की याद में ज़िंदगी गुज़ार दी,
और वो हैं कि पल भर को याद नहीं करते।

Saddest Shayari in Hindi: उन सूनी रातों की तन्हाई में डूबी दिल छू जाने वाली सैड शायरी – जब हर दर्द लफ़्ज़ बनकर आत्मा को झकझोर दे
ग़म नहीं कि तेरा कोई और हो गया,
दर्द तो ये है, मैं अब भी तेरा हूँ।
इश्क़ कर बैठा एक बेख़बर से,
अब ख़ुद से ही शिकवा रखता हूँ।
कभी-कभी सोचता हूँ छोड़ दूँ सब लिखना,
पर तेरी याद फिर कलम थमा देती है।
वो मुस्कुरा के चले गए जैसे कुछ हुआ ही नहीं,
और मैं टूटा पड़ा हूँ अब भी वहीं।
अब तो ख़ुश होने से भी डर लगता है,
कहीं फिर से कोई सपना टूट न जाए।

चलो अच्छा हुआ तुम बदल गए,
कम से कम अब हम अकेले सच में रोते हैं।
कौन समझेगा मेरे दर्द की दास्तान,
यहाँ सबको सिर्फ़ किस्से अच्छे लगते हैं।
तेरे जाने से जो खालीपन आया है,
वो किसी शोर में भी नहीं जाता।
अब न शिकायत न कोई बात बची,
बस एक खामोशी है जो साथ बची।
किसी को चाहना जुर्म बन गया,
हमने तो इश्क़ किया, सज़ा मिल गई।

उसका प्यार भी इम्तिहान की तरह था,
पास हुए तो भी कुछ नहीं मिला।
अब तो दिल में भी कोई हलचल नहीं,
पता नहीं थक गया या मर गया इश्क़।
ना जाने क्यों उसका नाम लिखता हूँ,
जबकि हर अक्षर दर्द देता है।
अब किसी को चाहने की हिम्मत नहीं,
पहले प्यार ने जो सिखाया, काफी है।
वो कहते हैं वक़्त सब ठीक कर देता है,
पर मेरा वक़्त तो उसके साथ ही चला गया।









