Mehndi ki Shayari: “मेहंदी की खुशबू में छुपी मोहब्बत और दुल्हन के हाथों की रौनक पर दिल छू लेने वाली शायरी का सुंदर संग्रह। पढ़िए हर लफ्ज़ में झलकता प्यार और उत्सव की मिठास।”

हाथों में सजी जब मेहंदी का रंग,
दिल में उठे मोहब्बत का तरंग।
मेहंदी की खुशबू से महका आँगन सारा,
अब तो बस इंतज़ार है दिलवाले का प्यारा।
सजे हाथों में नाम उसका ढूँढ़ती नज़र,
यही तो है प्यार का सबसे हसीं सफ़र।
मेहंदी का रंग बोले दिल की ज़ुबान,
अब तो मिलन की है बस पहचान।
हर लकीर में उसका नाम लिखा हो जैसे,
मेहंदी में छिपा कोई पैग़ाम हो जैसे।

सज गयी हथेलियाँ अरमानों से भरी,
अब तो दुल्हन सी लगे हर कली।
मेहंदी का रंग जब गहराता है,
प्यार का रिश्ता और भी निभ जाता है।
महके हाथों में उसकी यादों की छाँव,
मेहंदी बोले उसका ही नाम।
मेहंदी की खुशबू में बसी मोहब्बत की बात,
हर लकीर में लिखी है दिल की सौगात।
हाथों की मेहंदी जब मुस्कुराए,
दुल्हन का चेहरा और भी खिल जाए।

Mehndi ki Shayari: मेहंदी की खुशबू में छुपा प्यार – दुल्हन के हाथों की रौनक पर दिल छू लेने वाली शायरी संग्रह
हर रंग में बस तू ही तू दिखे,
मेहंदी में प्यार का जादू झलके।
जब महके मेहंदी की महक हवाओं में,
प्यार की खुशबू घुल जाए दुआओं में।
हाथों की मेहंदी बताती है राज़,
हर रंग में बस तेरा अंदाज़।
मेहंदी का रंग है जैसे प्यार का इज़हार,
हर लकीर में छिपा उसका नाम अपार।
दुल्हन के हाथों में सजी मेहंदी प्यारी,
जैसे खिले फूलों में खुशबू सारी।

मेहंदी की रंगत जब दिल में उतरती है,
हर धड़कन में उसकी याद बिखरती है।
हथेलियों की लकीरों में बसी तेरी चाहत,
मेहंदी बन गयी मेरी मोहब्बत की राहत।
सजे हाथों में महके तेरा नाम,
मेहंदी ने कह दी दिल की बात तमाम।
जब से चढ़ी मेहंदी का रंग हाथों पे,
तेरा प्यार उतर आया इन सांसों पे।
मेहंदी के रंग में छिपी मुस्कान,
जैसे प्यार की पहली पहचान।

हर लकीर मेहंदी की कुछ कह जाती है,
प्यार की कहानी सजीव बन जाती है।
हथेलियों पर सजी तेरे नाम की मेहंदी,
अब तो हर धड़कन कहे – तू ही जिंदगी।
महक उठे आँगन जब मेहंदी लगती है,
खुशियों की बारिश सी बरसती है।
मेहंदी की महक में है उसका एहसास,
जैसे मेरे पास है वो खास।
लकीरों में सजी तेरे नाम की बात,
मेहंदी ने कर दी दिल की मुलाक़ात।









