Best attitude Rutba Shayari: जलन पैदा करने वाले जोश भरे शेरों का धमाकेदार ट्रेंडिंग कलेक्शन 2025! 🔥 दमदार एटीट्यूड, रुतबा और स्वाभिमान से लबरेज हिंदी शायरी पढ़ें जो दुश्मनों को जलाने, स्टाइल दिखाने और सोशल मीडिया स्टेटस के लिए परफेक्ट हैं। इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप पर शेयर करें और जलन की आग लगाएं! 😎✨

हमारी पहचान से नहीं, हमारे रुतबे से लोग डरते हैं।
नाम छोटा सही, पर असर बड़ा छोड़ते हैं।
जिसके पास खुद का स्टाइल हो, उसे ट्रेंड की ज़रूरत नहीं।
रुतबा हमारा ऐसा है, जो सबको दिखता वहीं।
हम वहाँ तक नहीं झुकते जहाँ लोग गिर जाते हैं।
हमारा रुतबा अलग है, बातों में नहीं हालात में नज़र आता है।
हमारे बारे में जो सुनता है, वो सोच में रह जाता है।
रुतबा ऐसा नहीं कि हर किसी से बताया जाता है।
चेहरे की मुस्कान औकात नहीं बताती किसी की।
रुतबा दिलों में होता है, भीड़ में नहीं दिखता।

हमें देख पर हर कोई कहता है, “ये कुछ अलग है।”
रुतबा शब्दों का नहीं, वजूद का सबूत है।
हम वो हैं जो अपनी मर्यादा में रहकर भी राजा कहलाते हैं।
रुतबा किसी ताज का नहीं, अपने अंदाज़ का है।
सामने से बात करना सीख ले बेटा,
हम ऑनलाइन रुतबा नहीं दिखाते।
जब हम चलते हैं तो रास्ते खुद हट जाते हैं।
ये वो रुतबा है जो खुद ब खुद बन जाते हैं।
हमारे स्टाइल की नकल सब करते हैं।
पर हमारे रुतबे के लिए किस्मत चाहिए।

Best attitude Rutba Shayari: जलन पैदा करने वाले जोश भरे शेरों का ट्रेंडिंग कलेक्शन
जहाँ बात इज़्ज़त की आती है, वहाँ हम झुकते नहीं।
रुतबा काम का है, नाम से नहीं।
अपनी पहचान बनाने का शौक नहीं हमें,
नाम खुद बोलता है जब वक्त आता है।
फिक्र मत कर मेरे रुतबे की,
कम बोलकर भी सब समझ जाते हैं।
हमारे चेहरे पे नक़ली मुस्कान नहीं दिखती।
हम कम बोलते हैं लेकिन असर छोड़ देते हैं।
जो आज हमें देखकर जलते हैं,
कल हमारी राह पकड़ने को मचलते हैं।

हमारा रुतबा तुम समझ नहीं सकते,
इसे महसूस करने की औकात चाहिए।
भीड़ में रहकर भी अलग दिखते हैं हम।
रुतबा हमारा जन्म से नहीं, कर्म से है।
हमारी सोच में वो आग है,
जो बड़े-बड़ों की अकड़ पिघला दे।
हमारा रुतबा उस सिक्के जैसा है,
जो हर जगह नहीं चलता लेकिन जहाँ चलता, वहाँ राज करता।
बातों से नहीं, नजरों से पहचान लेते हैं लोग।
ऐसा रुतबा खुदा हर किसी को नहीं देता।

हम भीड़ में नहीं मिलते,
हमारा रुतबा भी अकेले चलने वाला है।
हमारी खामोशी भी एक जवाब है,
जो औकात वालों को रुतबा दिखा देती है।
सामने वाले का रुतबा गिर जाता है,
जब हमारा नाम सुना जाता है।
औकात की बात मत कर,
हमने वो भी देखा जहाँ रुतबा खुद झुका।
हमसे मुकाबला करने से पहले सोच लेना,
रुतबा विरासत नहीं, मेहनत से पाया है।









