attitude Rutba Shayari: शानदार रुतबा और बेबाक एटीट्यूड की शायरी – जिनमें शान, आत्मविश्वास और दबदबा हर मिसरे में बसा हो

attitude Rutba Shayari: शानदार रुतबा और बेबाक एटीट्यूड की शायरी उन लोगों के लिए है जो अपने हर लफ़्ज़ में शान और आत्मविश्वास की झलक दिखाना पसंद करते हैं। यहाँ आपको मिलेंगे ऐसे जोशीले शेर और स्टाइलिश अल्फाज़ जो आपके दबदबे और ख़ास पर्सनालिटी को बखूबी बयां करेंगे। पढ़ें बेबाक एटीट्यूड शायरी जो आपके जज़्बे, रुतबे और स्वैग को एक नई पहचान दे।

attitude Rutba Shayari

रुतबा हमसे सीखो, ये हवा में नहीं मिलता,
जो दिल में हो शेरों का दम, वो आसमान छूता है।

शेर की तरह चलता हूँ मैं अपनी राहों पर,
रुतबा मेरा खुदा से भी ऊपर है।

रुतबा हमारा बताता है, हम किसी के मोहताज नहीं,
एतबार खुद पर है, ये सोच में अलग है।

सबके सामने मैंने सिर ऊंचा रखा है,
गिरकर संभलना सीखा, वो ऐसारा मेरा रुतबा है।

किसी के आगे ना झुको, ये रुतबा खुद कमाओ,
जो दिल में हो इमान, वो नाम भी बनाओ।

हमारी जीत होगी, चाहे आगाज न हो,
अपने दम पर रुतबा, ये खास तोहफा है।

रुतबा खुद से होता है, दूसरों की परवाह न करो,
अपनी पहचान बनाओ, अपनी राह पर चलो।

जो अपना रुतबा बनाए, वो कभी नहीं हारता,
मजबूती से जो झुका, वही मंजिल पाता।

लड़ने का हौसला रख, रुतबा खुद बन जाएगा,
डर से जो चला, वो रास्ता खो देता है।

रुतबा वो नहीं जो दिखावा हो,
असली रुतबा वो है, जो दिल से हो।

attitude Rutba Shayari: शानदार रुतबा और बेबाक एटीट्यूड की शायरी – जिनमें शान, आत्मविश्वास और दबदबा हर मिसरे में बसा हो

अपनी शान को कम मत आंक,
जो रुतबा देता है खुद पर विश्वास वो का।

रुतबा मेरा आसमान छूता है,
बदमाशी में भी नाम मेरा मशहूर होता है।

दुनिया की नज़रों में रुतबा कमाना नहीं,
खुद की नजरों में वह मुकाम पाना जरूरी है।

अपनी मंजिल खुद चुन, रुतबा वही है,
जो नाकामियों से लड़कर बुलंद हो।

रुतबा दिल से होता है, बोलने से नहीं,
सच बोलो तो रास्ता खुद बन जाता है।

रुतबा ऐसे बनाओ, कि दूसरों को चौंकाए,
अपनी मेहनत से इतनी बुलंदी पाए।

शेर की तरह गरज, हममें है ये बात,
रुतबा हमारा खुद बनाता है।

हमसे टकराने की हिम्मत नहीं किसी में,
रुतबा हमारा नाम है जमीन पर नहीं।

अपनी रुटबा को कम मत आंक,
किसी और के कदमों में नहीं टिकता।

रुतबा वो जो अपनी मेहनत से है,
दिखावा नहीं, सच का पैर है।

लोग कहें जो चाहे, हमें कोई फर्क नहीं,
रुतबा हमारा खुद के दम का है।

शान और रुतबा दोनों साथ लेकर चलो,
हर मंजिल तुम्हारे कदम चूमेगी।

रुतबा ऐसा कि खून में हो जुनून,
जो गिरा, वही उठा है असली जूनून।

जितना बड़ा रुतबा दिल में रखो,
उतनी बड़ी ज़िंदगी अपने आप मिलेगी।

रुतबा हमारा असली है, कोई दिखावा नहीं,
मेहनत और ईमानदारी से ये हासिल किया है।

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