Attitude Shayari in Hindi: दमदार स्टाइल, रुतबा और स्वाभिमान को दर्शाने वाली खतरनाक ऐटिट्यूड शायरी का शानदार कलेक्शन पढ़ें। यहां पाएं जोश, अकड़ और सेल्फ‑रिस्पेक्ट से भरी शायरियां जो आपके स्टाइल को और निखार दें।

फ़ितरत में नहीं किसी से हार मान लेना,
वरना गिरा कर उठाना भी अच्छी तरह आता है।
दुश्मन कम नहीं, पर सब ख़ामोश हैं,
नाम सुनते ही इनके तेवर खुद ढीले पड़ जाते हैं।
हालात से हारा हुआ इंसान नहीं हूँ मैं,
जो टूट जाए भीड़ में, वह शख़्स नहीं हूँ मैं।
जो मेरी पीठ पीछे बोलते हैं न,
वही भीड़ में मुझे देखकर खामोश हो जाते हैं।
तेवर तो बचपन से ही नवाबी हैं,
वरना उम्र से नहीं, सोच से बड़े कहलाते हैं।

दोस्ती दिल से, बाकी से सीधी दूरी,
वरना मुस्कान के पीछे भी छुपी है पूरी कहानी पूरी।
रुतबा कम है पर सिर झुकता नहीं,
ये दिल सबका नहीं जो हर किसी पर बिकता नहीं।
दुश्मनी करोगे तो नाम से डरोगे,
और दोस्ती करोगे तो दुनिया से लड़ोगे।
बात कम, काम ज़्यादा ये अंदाज़ है अपना,
लोग शोर मचाते रह जाते हैं, और खेल हम जीत आते हैं।
अकड़ उतनी ही रखो जितनी शोभा दे,
यहां झूठे रौब से पहले इज़्ज़त गिरती है, फिर औकात।

Attitude Shayari in Hindi: दमदार स्टाइल, रुतबा और स्वाभिमान दिखाने वाली खतरनाक ऐटिट्यूड शायरी कलेक्शन”
चेहरे पर मासूमियत, अंदर शेर वाला मिज़ाज,
गलतफ़हमी में रहना भी कुछ लोगों का ही राज़।
सामने से मुस्कुरा कर मिलना हमारी आदत है,
वरना नज़र झुक जाए तो कईयों की औकात खुल जाती है।
जो छोड़ गए, उन्हें वापस बुलाने का शौक नहीं,
एक बार निकल जाओ दिल से तो फिर नाम तक याद नहीं।
खामोश रहकर भी लोगों को हिला देते हैं,
हम वो लफ़्ज़ हैं जो दिल में रहकर खेल कर जाते हैं।
जहां इज़्जत नहीं, वहां जाना भी ज़हर है,
दिल का राजा हूँ, भीड़ का चाकर नहीं।

तेरी सोच से ऊपर है मेरा लेवल भाई,
तू स्टेटस लिखता है, लोग मेरा नाम लिखते हैं।
डर तो बस इस बात का है कि गुरूर न आ जाए,
वरना जीतना तो बचपन से ही आदत है हमारी।
जो खुद से हार गया वो क्या मुझे हराएगा,
मैदान में उतरने से पहले ही थक सा जाता है।
अंदाज़ ऐसा कि लोग देख कर चुप हो जाएँ,
नाम ऐसा कि सुनकर ही नज़रें झुक जाएँ।
बात इज़्ज़त की हो तो जान भी लगा देंगे,
वरना हम वो हैं जो खुद पर भी तंज़ उड़ाकर हंस देंगे।

हमसे उलझने से पहले खुद को तोल लिया कर,
कहीं खुद की औकात का ही राज़ न खुल जाए।
नफ़रत हो या मोहब्बत, दोनों शिद्दत से निभाते हैं,
जो दिल में आए उसे ही दुनिया बना जाते हैं।
भीड़ में खड़े होकर भी अलग दिखता हूँ,
क्योंकि नाम से पहले खुद का दम दिखता हूँ।
रिश्ता वही रखता हूँ जो इज़्ज़त दे,
वरना दूरी भी रखूँ तो नाम लेकर याद रहते हैं।
मेरे अंदाज़ से जलने वाले बहुत मिलेंगे,
पर मेरे जैसा बनने में कई जन्म निकल जाएंगे।









