Attitude Rutba Shayari: खुद पर गर्व और रुतबे से भरी शायरी | दमदार स्टाइल और स्वाभिमान दिखाने वाली बेहतरीन शायरी कलेक्शन

Attitude Rutba Shayari: खुद पर गर्व, रुतबे और स्वाभिमान से भरी शायरी का अनोखा कलेक्शन पढ़िए। यहाँ मिलेगी दमदार एटिट्यूड शायरी, रॉयल स्टाइल वाले शेर और आत्मसम्मान झलकाने वाले शब्द जो आपके व्यक्तित्व को नई पहचान देंगे। अपनी शख्सियत को स्टाइल और गर्व के अंदाज़ में पेश करने के लिए यह शायरी कलेक्शन आपके लिए परफेक्ट है।

Attitude Rutba Shayari

रुतबा तो नाम का नहीं, काम का होता है,
भीड़ नहीं पहचान, पहचान भीड़ बनाती है।

मेरे लहजे में वो तेवर है, जो सबको समझ नहीं आता,
जो झुक जाए वो बंदा, ये उस पर असर नहीं दिखाता।

Attitude हमारा नहीं, हमारी पहचान है,
जो बात सीधे दिल तक जाए, वही बयान है।

नाम सुनते ही धड़कनें बढ़ जाती हैं,
रुतबा ऐसा कि पहचान बताने की ज़रूरत नहीं पड़ती।

बात जब खुद की इज़्ज़त की हो जाए,
तो सामने शेर भी झुक जाए।

मेरी खामोशी को कमज़ोरी मत समझ लेना,
जब बोल उठता हूँ तो लोग याद रख लेते हैं।

हम वो नहीं जो भीड़ में खो जाएं,
हम वो हैं जो भीड़ खुद में जोड़ लें।

रुतबा हमारा कलम नहीं मिटा सकती,
क्योंकि कहानी हमारी खुद वक़्त लिखता है।

तेवर वही पुराने हैं, स्टाइल नया हो गया,
दुश्मन अब भी वही हैं, बस डर नया हो गया।

ताज तो हर सिर पर नहीं सजते जनाब,
रुतबा कमाकर रखना पड़ता है जवाब।

Attitude Rutba Shayari: खुद पर गर्व और रुतबे से भरी शायरी | दमदार स्टाइल और स्वाभिमान दिखाने वाली बेहतरीन शायरी कलेक्शन

बात इज़्ज़त की हो तो जान तक दे देते हैं,
वरना मुस्कुराकर सबको हरा देते हैं।

दिखावा नहीं करते, बस असर छोड़ जाते हैं,
जो समझ जाए वही अपना कहलाता है।

हमसे मुकाबला करना आसान नहीं,
क्योंकि हम वक़्त नहीं, ट्रेंड बदलते हैं यहीं।

रुतबा ऊँचा इसलिए है,
क्योंकि सोच छोटी नहीं है।

हमारी पहचान खुद बनती है हर दौर में,
हर बार अलग तेवर लेकर आते हम शोर में।

शौक बड़े रखो मगर औकात के साथ,
वरना नाम भी मिटा देता है रुतबा एक रात।

हमारी चाल देखकर लोग अंदाज़ा लगाते हैं,
कि ये बंदा किसी का बनाया नहीं, खुद का जमाया है।

हमारा रुतबा खुद की मेहनत से बना है,
वरना आज लोग नाम से जलते हैं बिना वजह।

हवा से नहीं, हौसलों से उड़ते हैं हम,
इसलिए सब कहते हैं – ‘रुतबा है अपन में दम’।

किस्मत से ज़्यादा भरोसा खुद पर किया है,
तभी तो लोगों ने कहा – “इसका रुतबा जिया है।”

नफ़रत करने वालों की भी लाइन लंबी है,
लगता है कुछ तो खास बात है हममें अभी।

जो दिल में बस जाए वो ज़ुबां पर नहीं आता,
हमारा रुतबा कुछ यूं है कि हर कोई बताता।

आंखों में गुरूर नहीं, हकीकत है जनाब,
जो झुके नहीं वक़्त के आगे, वही है लाजवाब।

हमारी औकात नहीं, बातों से तौली जाती,
हम वो हैं जो खामोशी से आग लगाते।

शोहरत नहीं चाहिए, बस रुतबा कायम रहे,
जो नाम लिया जाए तो असर कायम रहे।

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