Sad broken shayari: दिल की तन्हाई में छुपा दर्द : टूटे रिश्तों और जुदाई की दर्द भरी सैड ब्रोकन शायरी संग्रह

Sad broken shayari: दिल की तन्हाई, टूटे हुए रिश्तों और जुदाई के गहरे दर्द को बयान करने वाली यह सैड ब्रोकन शायरी का संग्रह हर उस दिल के लिए है जिसने कभी किसी को सच्चे दिल से चाहा और खो दिया। यहां पढ़ें मोहब्बत के टूटे सपनों, अधूरी चाहतों और बिछड़ने की तन्हाई को शब्दों में पिरोई हुई दर्दभरी शायरियां जो दिल को छू जाएंगी और आपको अपनी कहानी याद दिला जाएंगी।

Sad broken shayari

जो कभी मेरी मुस्कान की वजह था,
वो आज मेरे आंसुओं का सबब बन गया है।

ज़ख्म दिल में है और चेहरे पे मुस्कान है,
लोग सोचते हैं मैं ठीक हूँ पर अंदर तूफ़ान है।

तेरा चला जाना भी तनहा नहीं करता,
तेरी यादें ही घाव देती हैं।

मैंने तुझमें खुद को ढूंढ लिया था,
और तूने मुझे किसी और में खो दिया।

हमें नहीं चाहिए कोई नया रिश्ता,
पहले वाला ही जान ले गया है काफी।

हम उसकी हर बात पर यकीन करते गए,
और वो हर बार झूठ बोलता गया।

सब कुछ है मेरे पास पर तू नहीं,
और तेरे बिना कुछ भी काफी नहीं।

दिल तोड़ने के लिए पत्थर की नहीं,
पत्थर दिल ही बहुत है।

जब भी दिल टूटता है,
तो दर्द बहुत होता है।

मैं भी बहुत अजीब हूँ इतना अजीब हूँ कि बस,
खुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहीं।

Sad broken shayari: दिल की तन्हाई में छुपा दर्द : टूटे रिश्तों और जुदाई की दर्द भरी सैड ब्रोकन शायरी संग्रह

तेरे बिना जी तो रहे हैं, मगर ज़िंदगी नहीं लगती,
हर मुस्कराहट के पीछे बस तेरी कमी सी लगती।

रोज तेरे बिना चलने की कोशिश करता हूँ,
पर जब ठोकर लगती है तो तेरा ही हाथ ढूंढता हूँ।

वो मुस्कुराके मिलती रही हर किसी से,
और हम समझते रहे कि वो सिर्फ हमारे लिए थी।

दिल ही इस कदर टूट चुका है कि,
मुझे सिर्फ तन्हाई अच्छी लगती है।

तेरे जाने की खबरों का असर कुछ ऐसा हुआ,
मेरी धड़कन भी अब तुझसे डरती है।

मैंने सोचा था अपना बनाऊंगा तुझे,
लेकिन तू तो सिर्फ वक़्त काट रहा था।

तेरी यादों के सहारे जिए जा रहे हैं,
अब तेरे बिना कोई मंज़र नहीं रहता।

टूटे दिल की आवाज़ है ये सन्नाटा,
जो कोई समझ न पाए वो बस अपना बन जाना।

तेरी चाहत में यूं डूबा रहा,
कि खुद को ही खो बैठा।

हर बात पर यकीन तोड़ दिया उसने,
पर मैं फिर भी अपने दिल को समझा बैठा।

जिस दिन तेरा ख्याल नहीं आया,
लगता है जैसे हर खुशी छिन गई।

मोहब्बत में खुद को खोकर बैठे हैं,
हम बस इस ग़म में रोकर बैठे हैं।

दिल में दर्द और आँखों में सन्नाटा है,
मुस्कुराहटों के पीछे छुपा ये राज़त है।

वक्त बदल गया, जज़्बात बदल गए,
बस तू न समझी, और हम अकेले रह गए।

वो जो वफ़ा की बात करता था,
आज वहीं झूठ की मिसाल बन गया है।

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